एक क्रोमोसोम में उपस्थित सभी जीन्स सामान्यतः रेखीय क्रम में स्थित रहते हैं एवं सहलग्न रहते हैं। सहलग्न जीनों का पुनर्योजन जिस प्रक्रिया द्वारा होता है उसे विनिमय या क्रॉसिंग ओवर कहते हैं।
विनिमय अर्धसूत्री विभाजन की एक महत्त्वपूर्ण घटना है। मॉर्गन एवं कैसल ने सन् 1912 ई० में ओवर शब्द का नामकरण किया।
इनलोगों के अनुसार क्रॉसिंग ओवर वह प्रक्रिया है जिसमें क्रोमोसोम पर स्थित जीनों का एक समूह सहजात क्रोमोसोम पर स्थित समान जीनों के समूह से क्रॉसिंग एक स्थान परिवर्तित करता है।