अर्थव्यवस्था की दृष्टि से पिछड़े राज्यों में बिहार सबसे बड़ा राज्य है, जहाँ कृषि प्रधान व्यवसाय है।
बिहार की कुल आय का बड़ा भाग कृषि क्षेत्रों से प्राप्त होती है। अतः बिहार एक कृषिप्रधान राज्य है।
अविभाजित बिहार के विभाजन के बाद अधिकांश संगठित उद्योग झारखंड में चले गए और जो बचे हैं, वे या तो बंद हैं या उनकी स्थिति दयनीय है।
बिहार की अर्थव्यवस्था अब मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है।
यहाँ के लोगों की जीविका, आय एवं रोजगार का कृषि ही प्रमुख आधार है।
बिहार राज्य की बहुसंख्यक जनसंख्या, जो लगभग 80 प्रतिशत से अधिक गाँवों में निवास करती हैं, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर ही आश्रित हैं।
अतः हम कह सकते हैं कि बिहार की कुल अर्थव्यवस्था कृषि पर ही आधारित है।