परिवार एवं मित्र' थीम में इसके दो उप-विषयों 'रिश्ते' तथा 'काम और खेल' की बात की गई है। जिसमें बच्चे 'शरीर' को स्वयं के एक कारक भाग के रूप में अधिक प्रासंगिक और जुझ हुआ देखता है। कक्षा 3 में बच्चे सब-थीम 'रिश्ते' में रिश्तेदारी और घर से दूर हैं। इस मूल विचार के साथ अपने उन रिश्तेदारों की चर्चा करते हैं, जो उनके साथ रहते हैं या जो उन्हें छोड़कर कहीं और यह रहे हैं।
वे बताते हैं कि अपने रिश्तेदारों के किन गुण या क्षमताओं के कारण उनकी प्रशंसा करते हैं और किन अवसरों या त्यौहारों पर उनसे मिलते हैं। हमारा शरीर-बूढ़ा और जवान से बच्चों को अपने। रिश्तेदारों में अपनी जगह ढूँढने में मदद मिलती है। वे उनसे उम्र के साथ होने वाले बदलावों के बारे में पूछते हैं।
ज्यादा महत्वपूर्ण बात है कि परिवार का रहन-सहन और खान-पान उन्हें अंतरंगता और सहानुभूति की समझ देता है, जिससे वे अलग-अलग क्षमताओं वाले लोगों के प्रति संवेदनशीलता विकसित कर पाते हैं, जैसे कि वे देखते हैं कि कैसे उनके परिवार के वृद्धजनों को सुनने और देखने में समस्या होती है और फिर वे जाकर चर्चा करते हैं कि वे और उनके मित्र कैसे उनकी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।