यह सर्वविदित है कि राजनीतिज्ञ यह जानते हुए भी कि उनके द्वारा किये गये बहुत से वायदे पूरा कर पाना उनके लिए असम्भव है, वोट प्राप्त करने के लिए ऐसे वायदे करते हैं। बहुत-सी बातों के बारे में वे स्वयं अनिश्चित होते हैं, लेकिन फिर भी वे उन्हें संभव करने का प्रयास करते हैं तथा प्रतिकूल परिस्थितियों को अनुकूल बनाने की संभावना निरन्तर तलाशते हैं।
प्रेक्षणों के सुनियोजित तथा क्रमबद्ध अध्ययन को विज्ञान कहते हैं। वैज्ञानिक किसी समस्या के समाधान के लिये धैर्यपूर्वक निरन्तर प्रेक्षण लेते हैं और उनके विश्लेषण से कुछ नियमों का प्रतिपादन करते हैं। उदाहरण के लिये टाइको ब्राहे ने लगभग 20 वर्षों तक ग्रहों की गति का अध्ययन किया तथा कुछ निष्कर्ष निकाले । इसके बाद केप्लर ने इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए लम्बे समय तक ग्रहों की गति का अध्ययन करके तीन नियमों का प्रतिपादन किया जिनकी सहायता से न्यूटन को अपना सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण का नियम प्रतिपादित करने में सफलता प्राप्त हुई। फैराडे ने लगभग 18 वर्षों तक चुम्बकीय क्षेत्र द्वारा विद्युत धारा उत्पन्न करने के लिए धैर्यपूर्वक प्रयोग किये तथा इसके फलस्वरूप उन्होंने विद्युत चुम्बकीय प्रेरण की घटना का आविष्कार किया। इस प्रकार वैज्ञानिक संकल्पनाओं तथा नियमों की सहायता से भिन्न-भिन्न प्रकार के वैज्ञानिक प्रकरणों तथा समस्याओं के समाधान ढूँढने की कला ही विज्ञान है।