ग्रह (Planet) , पृथ्वी से काफी निकट हैं। अतः, ग्रहों को प्रकाश का एक विस्तृत स्रोत (Extended Source) माना जा सकता है, जो अनेक बिंदु-आकार के प्रकाश-स्रोतों के समूह हैं।
इन सभी बिंदु-आकार के प्रकाश-स्रोतों से हमारे नेत्र पर आनेवाले प्रकाश की मात्रा में कुल परिवर्तन का औसत मान शून्य होता है। यही कारण है, कि ग्रह टिमटिमाते हुए नहीं दिखाई पड़ते हैं।