उत्तर : लीलावती के भैया के प्रस्तुत कथन के माध्यम से लेखक रामधारी सिंह दिवाकर ने आरक्षण के कारण गाँव या समाज में उत्पन्न दुर्भावना का चित्रण किया है। आरक्षण के कारण समाज उच्च और निम्न-इन दो वर्गों में बँटकर एक-दूसरे के दुश्मन बन गए हैं। जमीन-जायदाद को बचा पाना कठिन हो गया है। जिस तरह गिद्ध मांस के लोथड़े पर टूट पड़ते हैं और उसे नोच-नोचकर खाने लगते हैं, उसी तरह निम्नवर्ग वाले उच्चवर्ग वालों की जमीन पर अधिकार करने लगे हैं।