एन. सी. ई. आर. टी. द्वारा भी पर्यावरण शिक्षा के प्रचार एवं प्रसार हेतु सेवा पूर्व सेवारत शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई। पर्यावरण शिक्षा की प्रवृत्ति अन्तः अनुशासनात्मक होने के कारण प्रशिक्षण के स्वरूप में कुछ परिवर्तन करने की आवश्यकता होगी, जिसमें सर्वप्रथम पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता उत्पन्न करने की आवश्यकता है।
दूसरी बात अध्यापक के सामने कक्षा में कौन-सी पर्यावरणीय समस्या आएगी उनके प्रति दृष्टिपात कराना आवश्यक होगा।