छात्र शिक्षकों के लिये पर्यावरण शिक्षा के कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्य निम्न हैं -
1. छात्र शिक्षक जो भावी राष्ट्र निर्माता हैं, उनमें सहयोग, सहनशीलता, धैर्य, भाईचारे, राष्ट्रप्रेम, राष्ट्रीय एकता और विश्व बन्धुत्व की भावना का विकास करना पर्यावरण शिक्षा का महत्वपूर्ण उद्देश्य है।
2. छात्र शिक्षकों में पर्यावरण शिक्षा के द्वारा उदार दृष्टिकोण का विकास किया जाना चाहिये जिससे मानवता का विकास हो ।
3. भावी शिक्षकों को सामाजिक विज्ञान के ऐसे विषयों का ज्ञान कराया जाये जिसका सम्बन्ध भारत के इतिहास एवं संस्कृति से हो और उनको ऐसी बातों से भी अवगत कराया जाये जिसके परिणामस्वरूप वर्तमान परिस्थितियों को वस्तुनिष्ठ होकर समझ सकें ।
4. उनको भविष्य के विकासशील समाज के प्रति उत्तरदायित्व निभाने के लिये कर्त्तव्यों और अधिकारों का ज्ञान कराया जाये जिससे पर्यावरण सुरक्षा में अपनी भूमिका सक्रिय रूप से निभा सके।
5. इनमें प्राथमिक अध्ययन के माध्यम से ज्ञान एवं कौशलों का विकास किया जाये जिससे वे पर्यावरण शिक्षा हेतु साधन इकाइयों को तैयार कर सकें और उचित अनुदेशनों का ढाँचा बना सकें।