सक्षम पाठक तेजी से पढ़ते हैं। पढ़ने का काम इतनी तेज गति से और अचेतन रूप से होता है कि यह पक्के तौर पर बताना मुश्किल है कि इस दौरान क्या कुछ घट जाता है। इसे जान पाने का एक ही तरीका बच जाता है कि पाठकों को देखें व पता लगाये कि वे किस तरह की गलतियाँ करते हैं और इन गलतियों की व्याख्या से कुछ समझने की कोशिश करें। वैस एक और भी तरीका अपनाया गया है कि लिखित भाषा में कुछ इस तरह से बदलाव कर दिया जाये कि सक्षम पाठक को भी धीमा होना पड़े और इस स्थिति में उनका अध्ययन किया जाये ।