लिखना सीखने के तीन प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं
1. सम्प्रेषण - सम्प्रेषण का मुख्य साधन बोलना होता है इसके अतिरिक्त हम लेखन के माध्यम से भी अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं।
जैसे कोई व्यक्ति बोल नहीं सकता तो वह अपना विचार लेखन के माध्यम से आसानी से कर सकता है।
इसके अतिरिक्त अन्य व्यक्ति भी लेखन के माध्यम से अपने विचार दूसरों के सामने व्यक्त कर सकता है अर्थात् सम्प्रेषण कर सकता है।
2. लेखन बच्चों की सीखने में दो प्रकार से सहायता कर सकता है। वह विद्यार्थी द्वारा पहले से ही सीखे हुए व्याकरणिक संरचनाएँ शब्दकोष व मुहावरों को पुष्ट करता है।
3. लेखन के माध्यम से व्यक्ति की सोच को जाना जा सकता है सभी व्यक्तियों की सोच भिन्न-भिन्न होती है, जिस प्रकार एक वस्तु है जो व्यक्ति उस वस्तु के विषय में जैसी सोच रखेगा वह उस वस्तु के विषय में उसी प्रकार लिखेगा। इस प्रकार लेखन के माध्यम से व्यक्ति की सोच का पता चलता है ।