भाषा सिखाने का मतलब समझकर पढ़ना सिखाना, अपनी बात बोल पाना, दूसरे की बात समझ पाना। स्वयं भी हम अक्षरों, शब्दों व वाक्यों से मिलकर बने पैराग्राफों व सम्पूर्ण अध्यायों की बात कर रहे थे, फिर हमने उसमें चित्रों को पढ़ना व समझना जोड़ा, तालिकाओं को जोड़ा और एक बार जब यह बुनियादी बात समझ में आ गई कि भाषा सिर्फ अक्षर व वाक्य आदि नहीं है, उसमें नक्शा, हाव-भाव, संकेत आदि हैं।
भाषा सीखने, बच्चे की स्वतंत्र अभिव्यक्ति का विकास और भाषा के लचीलेपन का इस्तेमाल करने की क्षमता, मात्रा और व्याकरण की शुद्धता से कहीं अत्यधिक महत्वपूर्ण है।