(1) एक तख्ते पर कुछ पुस्तकें फैलाकर रखने की अपेक्षा वही पुस्तकें एक ही जगह पर एक के ऊपर एक रखने से तख्ता अधिक झुकता है क्योंकि पुस्तकों को फैलाकर रखने से उनके द्वारा घेरा गया क्षेत्रफल अधिक होता है जिससे तख्ते पर लगने वाले दाब का मान कम होता है।
जब सभी पुस्तकें एक ही जगह पर एक के ऊपर एक करके रखी जाती हैं तो उनके द्वारा घेरा गया क्षेत्रफल कम होता है जिससे तख्ते पर लगने वाले दाब का मान अधिक हो जाता है । फलस्वरूप तख्ता अधिक झुकता है।
(2) ट्रैक्टर तथा भारी बोझ ढोने वाले ट्रकों के पहिये अधिक चौड़े बनाये जाते हैं ताकि क्षेत्रफल अधिक होने के कारण दाब कम रहे और ट्रैक्टर के पहिये खेत की मिट्टी में तथा ट्रक के पहिये सड़क में न धँसें ।
(3) दीवार में मोटे सिरे वाली कील की अपेक्षा नुकीली कील गाड़ना आसान होता है क्योंकि मोटे सिरे वाली कील के सिरे का क्षेत्रफल अधिक तथा नुकीली कील के सिरे का क्षेत्रफल कम होता है।
अतः समान बल आरोपित करने पर मोटे सिरे वाली कील दीवार पर कम दाब आरोपित करती है, जबकि नुकीले सिरे वाली अधिक दाब आरोपित करती है तथा आसानी से दीवार में धँस जाती है।
(4) चाकू को कुछ दिन प्रयोग में लाने के बाद उसकी धार पुनः बनवाई जाती है क्योंकि प्रयोग में आते-आते चाकू की धार मोटी हो जाती है और उसका क्षेत्रफल अधिक हो जाता है जिससे चाकू पर बल लगाने पर धार का दाब कम होता है और हमें काटते समय कठिनाई होती है। अतः धार को पुनः बनवाना पड़ता है।
(5) मकानों की नींव चौड़ी बनाई जाती है क्योंकि नींव चौड़ी होने से मकान का भार (अर्थात् बल) अधिक क्षेत्रफल पर पड़ता है जिससे नींव द्वारा जमीन पर कम दाब पड़ता है तथा मकान नीचे नहीं धँसता ।
(6) दलदल में खड़े होकर चलने की अपेक्षा लेटकर सरकना अधिक सुरक्षित होता है क्योंकि खड़े होकर चलने से मनुष्य के शरीर का भार पैरों के पंजों पर अर्थात् कम क्षेत्रफल पर पड़ता है जिससे दलदल पर दाब अधिक पड़ता है और मनुष्य के दलदल में धँसने की सम्भावना अधिक होती है।
शरीर के बल लेटकर सरकने से मनुष्य के शरीर का वही भार अधिक क्षेत्रफल पर पड़ता है जिससे दलदल पर दाब कम पड़ता है और मनुष्य के दलदल में धँसने की सम्भावना कम हो जाती है ।
(7) रेल की पटरियों के नीचे चौड़े स्लीपर लगाये जाते हैं क्योंकि स्लीपरों का क्षेत्रफल अधिक होने से ट्रेन के गुजरते समय दाब कम लगता है तथा पटरी जमीन में नीचे नहीं धँसती ।