बच्चे बचपन से अपने पर्यावरण के सानिध्य में रहते है और अपने पर्यावरण से अच्छी तरह से परिचित होते हैं। वे अपने घर, स्कूल तथा आस-पास के पर्यावरण की जानकारी भी रखते हैं। वे पेड़-पौधे, बाग-बगीचे से भी परिचित होते हैं। इसलिए कक्षा-कक्ष में नया अध्याय प्रारंभ करने से पहले अध्यापक को उसके पूर्व ज्ञान पर आधारित प्रश्न कर उनकी जानकारी का अवलोकन कर उनसे प्राप्त उत्तर के आधार पर नये ज्ञान को जोड़ना चाहिए। इस प्रकार पूर्व ज्ञान से नवीन ज्ञान को जोड़कर अध्यापन कार्य को आगे बढ़ाया जाता है। उदाहरण- शिक्षक पौधे के भाग पढ़ाना चाहता है तो वह उन्हें पौधे का चित्र या प्रत्यक्ष पौधा दिखा सकता है। वह उनके पूर्व ज्ञान पर आधारित निम्न प्रश्न करता है-
प्रश्न- पौधे का कौन सा भाग जमीन के नीचे होता है?
उत्तर- जड़ें ।
प्रश्न- पत्तियाँ पौधे के किस भाग से जुड़ी होती हैं?
उत्तर- शाखा से।
प्रश्न- पौधे का कौन सा भाग जड़ों तक पानी ले जाता है?
उत्तर- तना।
प्रश्न- पौधों को कार्बन डाइऑक्साइड कहाँ ये मिलता है?
उत्तर- हवा से (वायु) ।
ये सारे प्रश्न बच्चों के पूर्व ज्ञान पर आधारित होते हैं, इसके द्वारा उनके ज्ञान की जाँच भी की जा सकती है।