अलौह धातुएँ (Non-ferrous metals) : वे धातु हैं, जिनमें लोहे का अंश नहीं होता, जैसे— बॉक्साइट, ताँबा, सोना, चाँदी, सीसा, जस्ता इत्यादि। इनमें बॉक्साइट और ताँबा के निक्षेप भारत में महत्त्वपूर्ण हैं।
बॉक्साइट (Bauxite)— बॉक्साइट का उपयोग एलुमिनियम बनाने में किया जाता है। उड़ीसा बॉक्साइट का सबसे बड़ा उत्पादक है, जहाँ क़ालाहांडी और संभलपुर अग्रणी क्षेत्र हैं। बोलनगीर और फोरापुट अन्य क्षेत्र हैं।
इनके अतिरिक्त झारखंड के लोहरदगा और पलामू, गुजरात के भावनगर जामनगर, छत्तीसगढ़ में अमरकंटक पठार, मध्यप्रदेश में कटनी, जबलपुर और बालाघाट और राष्ट्र के कोलाबा, थाणे, रत्नागिरी, सतारा, पुणे तथा कोल्हापुर महत्त्वपूर्ण उत्पादक हैं।
ताँबा (Copper)— ताँबा निक्षेप मुख्यतः झारखंड के सिंहभूम, मध्यप्रदेश के बाला घाट तथा राजस्थान के झुंझुनु एवं अलवर जिलों में पाये जाते हैं।
ताँबा एक बहुत उपयोगी खनिज है, जिससे विद्युत् उपकरण, विद्युत् की मोटरें, ट्रांसफार्मर, जेनरेटर्स इत्यादि बनता है।