आयंगर व्यवस्था (Ayangar system) विजयनगर साम्राज्य के ग्रामीण प्रशासन की व्यवस्था थी। प्रशासन की सबसे छोटी इकाई गाँव या उर होती थी।
आयंगर व्यवस्था के तहत प्रत्येक उर या ग्राम को एक स्वतंत्र ईकाई के रूप में संगठित किया गया था। इस पर शासन के लिए बारह शासकीय व्यक्तियों को नियुक्त किया जाता था।
इन्हीं बारह शासकीय अधिकारियों के समूह को आयंगर कहा जाता था। इस समूह को गाँवों से कर इकट्ठा करने, भूमि बेचने तथा छोटे-मोटे मामलों में न्याय करने का अधिकार था।