समुद्रगुप्त (Samundragupt) प्राचीन भारत के महानतम् शासकों में से एक था। उसने अपने पिता की नीति का अनुशरण करते दिग्विजय की नीति अपनाया।
उसने सबसे पहले उत्तर भारत को जीता और इस क्षेत्र के सभी नौ राज्यों को अपने साम्राज्य में शामिल कर लिया।
इसके पश्चात् आटविक राज्य को जीतकर वहाँ राजा अपना सेवक बनाया तत्पश्चात् दक्षिण भारत के राजाओं को पराजित किया और अपनी अधीनता स्वीकार करने के एवज में उनका राज्य वापस लौटा दिया।
वह बड़ा ही दूरदर्शी था और इस बात को अच्छी प्रकार समझता था कि उन दिनों आवागमन के साधनों के अभाव में राजतंत्रीय व्यवस्था इतने बड़े क्षेत्र पर नियंत्रण बनाये रखना संभव नहीं था।
इसलिए उन राज्यों के साथ मित्रतापूर्ण संबंध बनाये रखना उचित समझा। इसलिए उसे महान शासक कहा जाता है।