हम बोली और भाषा के लिए उनके बीच में विभाजन रेखा नहीं खींच सकते हैं क्योंकि बोली भाषा शब्द एक-दूसरे से अलग लगते हैं वैसे वे अलग नहीं हैं। असल में उनकी प्रवृत्ति ही ऐसी है कि उसे कोई भी पूर्णरूप से अलग नहीं कर सकते, क्योंकि बोली भाषा शब्द को परस्पर विपरीत स्थितियों के नहीं वरन् सापेक्ष स्थिति के द्योतक हैं। बोली भाषा का सम्पर्क उलझा हुआ एक जटिलतापूर्ण है जिसे हम चाहकर भी अलग नहीं कर सकते I