विस्थापन की क्षमता इन्सानों के लिए बातचीत में अत्यधिक अमूर्त अवधारणाओं का उपयोग सम्भव बनाती है। वे भूत, भविष्य व वर्तमान समय के संदर्भ में अपने लक्ष्य, सपने, अपनी योजना व अनुभव के बारे में बता सकते हैं उन पर चर्चा कर सकते हैं।
वे आध्यात्मिक अनुभवों, काल्पनिक रचनाओं व ऐसे Phenomena के बारे में विमर्श कर सकते हैं, जिनका कोई वास्तविक ठोस अस्तित्व नहीं है। वे पुराने इतिहास की चर्चा कई तरह से कर सकते हैं और दंत कथाओं परिवार का वंश क्रम आदि सभी के बारे में चर्चा कर सकते हैं।
मृत्यु के बाद की कल्पना और चर्चा, स्वर्ग, निर्वाण जैसी धर्म द्वारा रचित धारणाओं के और मंत्र के माध्यम से कर सकते हैं। विस्थापन इन्सान को पूर्वदृष्टि का उपयोग कर भविष्य की योजना बना पाने की काबूलियत देता है और भाषायी क्षमता में विस्थापन की संभावना इन्सानों की बाकी अन्य इंसानी काबूलीयतों से कई तरह से जुड़ी है।
अमूर्त सोच व प्रतीकों को गढ़ने व उनके उपयोग की क्षमता इन्सानों को अवधारणाओं का उपयोग करके समृद्ध, समझ व विश्व दृष्टिकोण बनाने में सक्षम बनाती है।