भाषा के विकास व उसकी समृद्धता का उसके लचीलेपन एवं सहजता से सीधा व प्रत्यक्ष संबंध है। कोई भी सजीव व जीवित भाषा व्याकरण की किताबों व शब्दकोषों की दीवारों में कैद नहीं हो सकती । ये ग्रंथ भाषा सीखने में सहायता करता है न कि उसे सीखने में उसके ज्यादा भिन्न-भिन्न मौकों पर उपयोग की क्षमता के विकास में बाधा बनने के लिए। हमने यह माना कि बच्चे की भाषा का मानकीकृत भाषा में मिल जाना एक हद तक भाषायी समृद्धता को बढ़ाएगा और ऐसी संरचनाओं के विकास में मदद करेगा जो सीखने वालों के लिए सफलता की सीढ़ी होगी। इस प्रकार भाषा के विकास व उसकी समृद्धता का उसके लचीलेपन व सहजता से सीधा संबंध है।