सामाजिक पारिस्थितिकी को स्पष्ट कीजिए। Samajik Paristhiki Ko Spasht Kijiye.
73 views
0 Votes
0 Votes

सामाजिक पारिस्थितिकी को स्पष्ट कीजिए। Samajik Paristhiki Ko Spasht Kijiye.

1 Answer

0 Votes
0 Votes

सामाजिक पारिस्थितिकी सामाजिक संबंध, मुख्य रूप से संपत्ति तथा उत्पादन के संगठन पर्यावरण की सोच एवं प्रयास को एक आकार देता है। सामाजिक पारिस्थितिकी तथा शक्ति इस बात पर निर्भर करती है कि व्यक्ति अपने आपको पर्यावरण की आपदाओं से बचाने या उसे समाप्त करने के लिए क्या क्या करना चाहिए।

भिन्न-भिन्न सामाजिक वर्ग भिन्न-भिन्न प्रकार के पर्यावरण संबंधित मामलों को देखते समझते तथा उसका हल निकालते हैं। पर्यावरण संबंधित समस्याओं को सुलझाने का एक उपाय पर्यावरण तथा समाज के आपसी संबंधों में परिवर्तन है और इसका अर्थ है विभिन्न समूहों के बीच संबंधों में परिवर्तन स्त्री व पुरुष, ग्रामीण एवं शहरी लोग, मजदूर तथा जमींदार।

 समाजशास्त्रीय समीक्षा यह बताती है कि किस प्रकार से सामाजिक प्राथमिकताओं का निर्धारण किया जाए और किस प्रकार इन्हें आगे बढ़ाया जाए।

RELATED DOUBTS

Peddia is an Online Question and Answer Website, That Helps You To Prepare India's All States Boards & Competitive Exams Like IIT-JEE, NEET, AIIMS, AIPMT, SSC, BANKING, BSEB, UP Board, RBSE, HPBOSE, MPBSE, CBSE & Other General Exams.
If You Have Any Query/Suggestion Regarding This Website or Post, Please Contact Us On : [email protected]

CATEGORIES