पर्यावरण अध्ययन शिक्षण प्रक्रिया में भिन्न-भिन्न दृष्टिकोण प्रस्तुत किए गए हैं। छत्तीसगढ़ उपागम के अन्तर्गत प्राशिका (प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम) एवं अन्य को सम्मिलित किया गया है।
बच्चों में प्रारंभ से ही जिज्ञासा होती है। वे अपने आस-पास के वातावरण, वहाँ के लोगों, जीव-जन्तु, नियम आदि का अवलोकन करते रहते हैं।
पुस्तकों द्वारा बच्चों में ऐसे विकास की कल्पना की गई है, जिससे कि वे अपने परिवेश से जड़ें भी और उसे समझ-बूझ कर बदलें।