ग्रामीण अधिवासों की पाँच महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ निम्नलिखित हैं—
ग्रामीण अधिवास का आकार प्रायः छोटा होता है। उतने ही लोग उस क्षेत्र में निवास कर सकते हैं जितने लोगों का पालन-पोषण उस भूमि के संसाधनों और उत्पादन से संभव हो सकता है।
- यहाँ के निवासी अधिकतर प्राथमिक गतिविधियों में लगे होते हैं। जैसे— कृषि, पशुपालन एवं मछली पकड़ना।
- ग्रामीण अधिवास में जनसंख्या का घनत्व कम रहता है।
- भूमि पर मकानों का घनत्व भी गाँवों में कम रहता है।
- ग्रामीण अधिवास में बिजली, शुद्ध पेयजल, पक्की सड़क, शिक्षा संस्थान, स्वास्थ्य सेवाएँ इत्यादि की कमी रहती है।