पारजीवी पौधों में जेनेटिक इंजीनियरिंग द्वारा किसी दूसरे असंबंधित पौधे का जीन समाविष्ट किया जाता है।
वैसलीस थूरीनजिएसिस की कुछ नस्लें ऐसी प्रोटीन का निर्माण करती हैं जो विशिष्ट कीटों को मारने में सहायक हैं।
इन प्रोटीन के रवे में विषाक्त कीटनाशक प्रोटीन होता है। बीटो जीव-विष प्रोटीन, निष्क्रिय रूप में होता है।
जैसे ही कीट इस निष्क्रिय जीव-विष को खाता है, इसके रवे आँत में क्षारीय पीएच के कारण घुलनशील होकर सक्रिय रूप में परिवर्तित हो जाते हैं।
सक्रिय जीव-विष मध्य आँत के उपकलीय कोशिकाओं की सतह से बाँधकर उसमें छिद्रों का निर्माण करते हैं।
जिस कारण ये कोशिकाएँ फलकर फट जाती हैं और परिणामस्वरूप कीट की मृत्यु हो जाती है।
विशिष्ट बीटी जीव-विरूा का जींस बैसिलस थूरीनजिएंसिस से पृथक् कर कई फसलों जैसे कपास में समाविष्ट किया जा चुका है।
जींस का चुनाव फसल व निर्धारित कीट पर निर्भर करता है।