क्लोनिंग संवाहक (Kloning Sanvahak) : प्लाज्मिड गोलाकार गुणसूत्र बाह्य DNA है जो स्वतः प्रतिकृति करता है। प्लाज्मिड तथा जीवाणुभोजी का उपयोग क्लोनिंग संवाहक के रूप में किया जाता है।
प्लाज्मिड तथा जीवाणुभोजी दोनों ही जीवाणु कोशिकाओं में बिना गुणसूत्रीय DNA के स्वतंत्र रूप से प्रतिकृति करने की क्षमता रखते हैं।
जीवाणुभोजियों की प्रत्येक कोशिका में बहुत अधिक संख्या होने के कारण जीवाणु कोशिका में इनके जीनोम की कई प्रतिकृति मिलती है।
कुछ प्लाज्मिड की प्रतिकोशिका एक या दो प्रतिकृति होती है, परंतु अन्य कोशिकाओं में इनकी संख्या 15-100 तक हो सकती है। यह संख्या और अधिक हो सकती है।