अरबी में अलबरूनी द्वारा लिखी गई यह पुस्तक कुल 80 अध्यायों में विभक्त है। इस पुस्तक में अनेक महान व्यक्तियों, दार्शनिकों एवं वैज्ञानिकों के विषय में लिखा है।
यह एक विशाल ग्रन्थ है जिसमें भारतीय धर्म, दर्शन, त्योहार, खगोल विद्या, रीति-रिवाज, परम्पराओं, सामाजिक एवं सांस्कृतिक जीवन, माप-तौल की विधियाँ, मूर्तिकला, कानून, प्रान्तों की सीमाओं नदियों आदि की जानकारी मिलती है।
इसके 80 अध्यायों में से अधिकांश नक्षत्र विद्या विषय की विषय वस्तु पर आधारित है। इसके 9वें अध्याय में जाति-प्रथा एवं वर्ण व्यवस्था पर प्रकाश डाला है।
64वें अध्याय में जातियों के अनुष्ठानों एवं रीति-रिवाजों का वर्णन है। 69वें अध्याय में भारतीय स्त्रियों की स्थिति का वर्णन है।