अम्लीय वर्षा (Acid rain) : विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों, स्वचालित वाहनों एवं भिन्न-भिन्न प्रकार के ईंधनों के जलने से वातावरण में सल्फर तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड्स मुक्त होते रहते हैं।
ये हवा में मौजूद जल से संयुक्त होकर सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) एवं नाइट्रिक अम्ल (HNO3) बनाते हैं। वर्षा के जल के साथ ये अम्लीय वर्षा के रूप में पृथ्वी पर गिरते हैं।
अम्लीय वर्षा में सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) की मात्रा नाइट्रिक अम्ल (HNO3) की अपेक्षा अधिक होती है।