हंपी कर्नाटक का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। विजयनगर साम्राज्य की राजधानी होने के कारण मध्यकाल में यहाँ पर स्थापत्य कला का अभूतपूर्व विकास हुआ।
1800 ई० में एक अभियन्ता तथा पुराविद् कोलीन मैकेन्जी द्वारा हम्पी के भग्नावशेष प्रकाश में लाये गये थे।
तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित हम्पी किष्किंधा राज्य की राजधानी थी, जहाँ भगवान रामचंद्र के समय वानरराज बाली राज्य करते थे।
स्थापत्य कला में विजयनगर के राजाओं की रुची थी। विट्ठल मंदिर तथा राम मंदिर हम्पी के भग्नावशेष है।
राजा कृष्णदेव राय ने विट्ठल मंदिर का निर्माण 1513 ई० में कराया था। कृष्णदेव राय ने ही हजारा मंदिर का निर्माण 1520 ई० में कराया था।