भारत में सर्वप्रथम सन् 1941 ई० में सिंधिया नेवीगेशन कम्पनी (Sindhiya Navigation Company) द्वारा जहाज बनाने का कारखाना विशाखापत्तनम (Vishakhapatnam) में खोला गया। अब इसे हिन्दुस्तान शिपयार्ड कम्पनी (Hindustan Shipyard Company) चला रही है।
इसके अलावे गार्डन रोश वर्कशॉप में देश के भीतर और तटीय भागों में छोटे जहाज (Small Ships) और मझगाँव डॉक में नाविक जहाज, माल ढोने वाली नावें (Boats) बनायी जाती हैं।
हिन्दुस्तान शिपयार्ड में चार बर्थ है, जहाँ 35500 dwf. भारवाले मालवाहक जहाज (Cargo Ships) बनाये जाते हैं; और एक छोटा बर्थ है, जहाँ छोटी नावें बनायी जाती हैं। यहाँ प्रतिवर्ष छ: जहाज बनाये जाते हैं।
गार्डन रोश वर्कशॉप में 25000 टन भार वाले सामुद्रिक जहाज (Cruise Ship) बनाये जाते हैं। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (Goa Shipyard Limited) के अन्तर्गत लांच और टग प्रभृति नावें तथा सुरक्षा सम्बन्धी पोत का निर्माण कार्य होता है।
मझगाँव डॉक में भारतीय नौसेना (Indian Navy) के फ्रिगेट किस्म के जहाज बनाये जाते हैं। एक नया शिपसार्ड कोचीन में स्थापित किया गया है। यहाँ 85000 dwf. तक के जलयान बनाये जाते हैं।