उत्तर : निबंध लेखन में कल्पना तत्त्व की महती आवश्यकता है। कुछ अच्छा करने के लिए जीवन में कल्पना की आवश्यकता होती है। किसी भी चीज को सुन्दर और सुरुचिपूर्ण बनाने के लिए कल्पना से काम लेने की आवश्यकता होती है। विज्ञान के मूल में भी कल्पना ही है, क्योंकि कल्पना अज्ञात लोक का प्रवेशद्वार है। कल्पना के सहारे एक ही विषय पर अनेक प्रकार से निबंध लिखा जा सकता है। इस रूप में कल्पना का महत्त्व किसी विषय की नवीनता तथा प्रतिपादन को आकर्षक बनाने के लिए होता है। कल्पना के द्वारा इस विषय के विभिन्न पक्षों से साक्षात्कार करके, उसकी असख्य परतों को उकेर करके निबंध को ऐसा बनाया जा सकता है कि पाठक चाव से पढ़ लें। कल्पना के द्वारा अपरिचित-से-अपरिचित विषय को भी हृदयंगम किया जा सकता है।