अधिशोषण- अवशोषण में पदार्थ केवल पृष्ठ पर सान्द्रित होता है एवं अधिशोषक की सतह से स्थल में प्रवेश नहीं करता। अवशोषण- अवशोषण में पदार्थ, ठोस के सम्पूर्ण स्थूल में समान रूप से वितरित हो जाती है।
उदाहरण- जब चाक को स्याही से डुबोया जाता है तब चांक की सतह रंजक अणुओं के अधिशोषण के कारण म्याही का रंग धारण कर लेती है।
केवल स्याही का विलायक अवशोषण के कारण चॉक के अन्दर तक चला जाता है।
अधिशोषण- की सान्द्रता केवल अधिशोषक के पृष्ठ पर बहती है। अवशोषण – अवशोपण में सान्द्रता ठोस के सम्पूर्ण स्थूल में एक समान रहती है। -