सन् 1852 ई० में फ्रांसीसी सम्राट लुई नेपोलियन तृतीय ने पेरिस (Paris) के पुनर्निर्माण का निर्णय लिया।
यह कार्य विख्यात और कुशल वास्तुकार बैरॉन हॉसमान को सौंपा गया। उसके द्वारा पेरिस के पुर्ननिर्माण कार्य को पेरिस का हॉसमानीकरण कहा गया।
उसने दो कार्य किए, जो निम्नलिखित हैं :
1. नगर को सुंदर, आकर्षक और भव्य बनाया।
2. नगर में विद्रोह की आशंका को दूर करने के लिए नगर से गरीबों की बस्तियों को नष्ट कर दिया।
इस कार्य में लंबा समय लगा। नगर में सीधी, चौड़ी, छायादार सड़कों का जाल बिछा दिया गया। खुले मैदान बनवाए गए, बस पड़ाव का निर्माण किया गया तथा पीने के पानी के लिए नल लगवाए गए।
शांति व्यवस्था बनाए रखने का प्रबंध किया गया। इसके साथ-साथ गरीबों के घर नगर से हटा दिए गए। इससे यद्यपि लाखों लोग बेघर हो गए, परंतु पेरिस पुनः भव्य और आकर्षक बन गया।