अवस्थिति के आधार पर पत्तन दो प्रकार के होते हैं, जो निम्न लिखित है—
i. अंतर्देशीय या आंतरिक पत्तन (Inland ports): ये पत्तन समुद्र तट से दूर स्थित होते हैं, किन्तु किसी नदी या नहर द्वारा समुद्र से जुड़े होते हैं।
चपटे तलों वाले जहाजों अथवा बजरों द्वारा ही ये गम्य होते हैं। मैनचेस्टर और कोलकाता इसके उदाहरण हैं। मैनचेस्टर एक नहर पर तथा कोलकाता हुगली नदी पर स्थित हैं।
ii. बाह्य पत्तन (Out ports) : ये गहरे पानी के पत्तन हैं, जो वास्तविक पत्तन से दूर गहरे समुद्र में बनाए जाते हैं।
जो जहाज अपने बड़े आकार के कारण या अधिक मात्रा में अवसाद एकत्रित हो जाने के कारण वास्तविक पत्तन तक नहीं पहुँच पाते, उन्हें बाह्य पत्तन लंगर डालने या खड़ा होने की सुविधा प्रदान कर वास्तविक पत्तनों की सहायता करते हैं। ग्रीस में एथेंस का बाह्य पत्तन पिरॉस इसका उदाहरण है।