मगह क्षेत्र में खेलड़िन लोकनृत्य का प्रचलन था। नवादा जिले के रजौली गाँव में यह लोकनृत्य विकसित हुआ था। गया जिले में नाचने-गानेवाली एक पेशेवर जाति की स्त्रियों को विवाह आदि मांगलिक अवसरों पर बुलाया जाता था। वे स्त्रियों खेलड़िन का नाच प्रस्तुत करती थीं। दस-पन्द्रह के पंक्तिबद्ध समूह में वे नाचती हुई गालियाँ भी गाती थीं। खेलड़िन नाच प्रस्तुत करती हुई वे स्त्रियाँ विभिन्न बाजाओं का भी प्रयोग करती थीं। अब वह नाच प्रायः लुप्त हो चुका है।