पनामा नहर (Panama Canal) को प्रशांत महासागर का सिंहद्वार कहा जाता है। यह मध्य अमेरिका के पनामा देश में पनामा जलडमरूमध्य के आर-पार पनामा नगर और कोलोन के बीच बनायी गयी है।
यह पश्चिम में प्रशांत महासागर को पूर्व में अटलांटिक महासागर से जोड़ती है। इसका निर्माण कार्य 1904 में शुरू हुआ और 1914 में पूरा हुआ।
इसपर पनामा देश की सरकार का स्वामित्व है। इसकी लम्बाई 72 किमी०, न्यूनतम गहराई 13 मीटर तथा चौड़ाई 100-330 मीटर है।
इससे प्रतिदिन 80 जहाज गुजरते हैं और एक जहाज को गुजरने में 8 घंटा का समय लगता है। नहर अत्यधिक ऊँचे-नीचे क्षेत्र से होकर गुजरती है जो गहरी कटान से युक्त है।
इसमें छः जलबंधक तंत्र (लॉकगेट) हैं, जिनके द्वारा कहीं जहाज ऊपर उठाये जाते हैं और कहीं नीचे लाये जाते हैं।
पनामा नहर के द्वारा न्यूयार्क से सैन फ्रांसिस्को के बीच 13000 किमी०, न्यूयार्क से याकोहामा (जापान) के बीच 5440 किमी०, न्यूयार्क से ऑकलैंड (न्यूजीलैंड) के बीच 4000 किमी० और सैन फ्रांसिस्को से लिवरपुल (यू०के०) के बीच 8000 किमी० की दूरी कम हो गई है।
इससे लाभान्वित क्षेत्र उत्तरी अमेरिका के पूर्वी और पश्चिमी तटीय क्षेत्र, दक्षिण अमेरिका के पूर्वी व पश्चिमी देश, पश्चिमी यूरोप के देश तथा एशिया के पूर्वी देश हैं।