पारितंत्र में अपमार्जकों का प्रमुख स्थान है। जीवाणु, मृतोपजीवी तथा अन्य सूक्ष्म जीव अपमार्जकों का कार्य करते हैं। ये मृत शरीरों पर आक्रमण करते हैं और जटिल कार्बनिक पदार्थों का सरल पदार्थों में परिवर्तित कर देते हैं।
इसी प्रकार से कचरा जैसे फलों एवं सब् के छिलके, सड़े-गले फल, शाक, तरकारियाँ, शेष बचे पकाये गये भोजन का भाग, गाय गोबर, घोड़े की लीद, पौधों के सड़े-गले भाग अपमार्जकों द्वारा विघटित कर दिये जाते हैं