उत्तर : अंग्रेजी विदेशी भाषा है। अंग्रेजी के विदेशी भाषा होने के कारण इसके भावपक्ष और विषय-प्रसंग भी विदेशी होते हैं। दोनों भाषाओं की लिपियाँ भी अलग-अलग हैं। अंग्रेजी की लिपि रोमन हैं और हिन्दी की लिपि देवनागरी है। अंग्रेजी के व्याकरण और शब्दकोश में एकरूपता नहीं है जबकि हिन्दी के व्याकरण और शब्दकोश में एकरूपता है। शब्द-विन्यास और पद-विन्यास की दृष्टि से हमारी भाषा के साथ अंग्रेजी भाषा का कोई ताल-मेल नहीं है। अंग्रेजी भाषा भाव, आचार, व्यवहार, साहित्य में हिन्दी से अलग है। इस कारण से अंग्रेजी भाषा और हिन्दी भाषा में कोई सामंजस्य नहीं है।