नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 1875 ई० में हुआ था। वे भारत माता के वीर पुत्र थे । उन्होंने आई० सी० एस० (I. C. S.) की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी, परन्तु असहयोग आंदोलन में भाग लेने के लिए उन्होंने उससे इस्तीफा दे दिया।
सुभाष चन्द्र बोस कुछ दिनों तक नेशनल कॉलेज के प्रिंसपल भी रहे। आप चितरंजन दास के सहायक बन गये और उन्होंने स्वराज्य दल की कार्यवाहियों का समर्थन किया। देशबन्धु चितरंजन दास जब कलकत्ता के मेयर बने तंब सुभाष को कलकत्ता कॉरपोरेशन का मुख्य एक्जीक्यूटिव ऑफिसर बनाया गया।
राजनीति में सुभाष चन्द्र बोस के विचार गरम थे। 1930 ई० में वे कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए और उन्होंने महात्मा गाँधी के विरोध प्रतिकूल भी शानदार विजय प्राप्त की। कुछ समयोपरान्त आपने (Forward Block) की स्थापना की।
दूसरे विश्वयुद्ध के अवसर पर उन्हें नजरबंद कर लिया गया, परन्तु वे छिपकर भाग गये। सरकारी प्रयत्नों के बावजूद भी वे न मिले। वे भारत से अफगानिस्तान गये तथा वहाँ से इटली, जर्मनी और जापान गये। उन्होंने सभी देशों में जाकर अंग्रेजी सरकार के विरूद्ध प्रचार किया और इन देशों की सहानुभूति प्राप्त की।
सुभाष ने “आजाद हिन्द फौज " (I.N.A.) का संगठन किया। इसका उद्देश्य यह था कि भारत पर आक्रमण करके अंग्रेजों को भगाया जाय। उनके सैनिक भारत की सीमांत पर लड़े भी पर पराजित हुए। 1935 ई० में एक विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई, ऐसा बताया जाता है।