सन् 1857 ई० के विद्रोह का प्रमुख कारण देशी रियासत को ईस्ट इंडिया कम्पनी के अधीन प्रदेशों में मिलाना था।
लार्ड डलहौजी (Lord Dalhousie) ने आदिकाल से चली आ रही गोद लेने की प्रथा को समाप्त कर दिया, जिससे वह उन रियासतों को कम्पनी के शासन में मिला सके, जिन शासकों के कोई संतान नहीं थी।
झाँसी की रानी को स्पष्ट रूप से अपना उत्तराधिकारी गोद लेने से मना कर दिया गया था।
डलहौजी की यह नीति हड़प्प नीति के नाम से प्रसिद्ध है। उसने इस नीति के फलस्वरूप कई रियासतों को अपने नियंत्रण में लिया जैसे—सतारा, जैतपुर, झाँसी, नागपुर आदि।