शाहजहाँ संगीत कला से बेहद प्यार करता था। वह दरबार में संगीतज्ञों का आश्रय देता था। वह स्वयं भी अच्छा गायक था।
उसके कालों में ही संगीत कला ने अच्छा स्थान प्राप्त कर लिया था।
उसके दरबार में प्रसिद्ध कवि तथा संगीतकार रहते थे। इसमें प्रमुख नाम रामदास, दीरंग खाँ, जगन्नाथ, लाल खाँ भावमदू, महापात्र आदि हैं।