मौर्यकाल की सर्वश्रेष्ठ कलाकृति स्तंभों तथा उनके शीर्ष पर पशु आकृतियों का निर्माण है। इन स्तंभों का निर्माण अशोक द्वारा कराया गया था।
इन पर उसकी धम्म लिपि अंकित है। लुम्बिनी, साँची, सारनाथ, कौशाम्बी आदि स्थानों पर प्राप्त स्तंभों पर उसके लघु लेख प्राप्त होते थे।
स्तंभों का निर्माण उच्च कोटी के अभियांत्रिकी कला को प्रदर्शित करता है।
पहाड़ों से विशाल खण्ड को काटा गया है और संपूर्ण सतह को अत्यंत बारिकी और परिशुद्धता के साथ तराशा गया है।
एक पाषाण खण्ड से चालीस फीट स्तंभ को शुद्धता के साथ तराशना निश्चिंत ही आश्चर्यजनक है।