पर्यावरण अध्ययन पाठ्यक्रम में कक्षा 4 के विद्यार्थियों के साथ की जाने वाली गतिविधियाँ निम्नलिखित हैं -
1. विद्यालय के आस-पास के वातावरण को स्वच्छ एवं प्रदूषण रहित बनाना ।
2. जल को उपयोगी एवं शुद्ध बनाने हेतु शुद्धिकरण की विधि का प्रयोग कर जल का संरक्षण करना।
3. पर्यावरण पर आधारित, घटनाओं को आसानी से समझने हेतु शिक्षण सहायक सामग्री अथवा चार्ट का उपयोग करना ।
4. बीमारियों से लोगों को अवगत कराने तथा उनकी रोकथाम के लिए पोस्टरों एवं चार्ट का निर्माण कर स्कूल, घर, उद्यान तथा सार्वजनिक स्थलों पर इसे लगवाना चाहिए। ताकि इसे देखकर लोग बीमारी के विषय में जाने एवं जागरूक हो सकें।
5. नक्शे व ग्लोब का प्रयोग कर जल-मंडल, वायु-मंडल तथा स्थल - मंडल के विषय में जानकारी देना।
6. अपने विद्यालय परिसर में पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से पौधे लगाना चाहिए तथा उनके विकास का अवलोकन कर बच्चों को उस प्रक्रिया से अवगत कराना चाहिए। इस प्रत्यक्ष प्रयोग के द्वारा उनके सीखने की कला में वृद्धि होगी।
7. बच्चों को जितना हो सके गतिविधि आधारित शिक्षा देने का प्रयास करना चाहिए इसके फलस्वरूप वे स्वयं करके सीखने का प्रयास करेंगे।