हम जीवधारियों तथा वनस्पतियों के चारों ओर जो आवरण है उसे पर्यावरण कहते हैं।
परि और आवरण शब्दों की संधि करने पर पर्यावरण ( Environment) शब्द बनता है,
जिसका शाब्दिक अर्थ है- जो परितः (चारों ओर) आवृत (ढँके हुए) है।
अब प्रश्न यह उठता है कि कौन किसे आवृत किये हुए है, इसका उत्तर है- समस्त जीवधारियों को अजैविक या भौतिक पदार्थ घेरे हुए हैं।
अर्थात् हम जीवधारियों (living beings) तथा वनस्पतियों के चारों ओर जो आवरण है उसे पर्यावरण कहते हैं।
पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के अनुसार, पर्यावरण किसी जीव के चारों तरफ घिरे भौतिक एवं जैविक दशाएँ एवं उनके साथ अंतः क्रिया को सम्मिलित करता है।