शिक्षण कौशल में उदाहरण द्वारा व्याख्या के कौशल के महत्व को स्पष्ट करते हुए विभिन्न विद्वानों ने अपने विचार प्रकट किये हैं
- थियोडोर स्ट्रक (F. Theodore Struck) के अनुसार, “शिक्षण में उदाहरण द्वारा व्याख्या से तात्पर्य पाठ्यवस्तु को चित्रों, तुलना, उपमा, रेखाचित्र, ग्राफ आदि की सहायता से बोधगम्य बनाना है।”
- लैण्डन जोसेफ (Landon Josef) के मतानुसार, “ज्ञान के स्थायित्व के लिए उदाहरणों द्वारा प्रश्न व्याख्या कर स्पष्ट करना सहायक है।”
उपर्युक्त विचारों से स्पष्ट है कि उदाहरण द्वारा व्याख्या करने से शिक्षक शिक्षार्थियों में प्रकरण के सम्बन्ध में रुचि विकसित करता ही है।
इसके साथ ही शिक्षार्थियों में ग्रहण किये जाने वाले ज्ञान का वास्तविक जीवन से सम्बन्ध स्पष्ट होता है, इसलिए प्रभावी शिक्षण हेतु अर्थात् सरल एवं बोधगम्य प्रस्तुतीकरण हेतु शिक्षक के उदाहरण द्वारा व्याख्या के कौशल में सम्पूर्ण कुशलता होनी चाहिए।